इस मंच की स्थापना का मूल उद्देश्य गौ वंश की रक्षा हेतु जनमानस में संवेदना का संचार और जागृति लाना
शुक्रवार, 13 अप्रैल 2012
इतनी क्रूरता निर्दयता देख कर मन बहुत व्यथित हो रहा है,खुद पर शर्म भी आ रही है के हम इंसान होते हुए भी इन्हें बचा नहीं सकते , क्या कुछ भी नहीं किया जा सकता इन्हें बचाने के लिए ???????????
ये तो मानवता की हद हो गई,क्या इंसान पैसा कमाने के लिए इतना निर्दयी हो सकता है,.... आवंती जी,बहुत दिनों से आपका मेरे पोस्ट में आना नही हुआ. आइये स्वागत है,....
ये तो मानवता की हद हो गई,क्या इंसान पैसा कमाने के लिए इतना निर्दयी हो सकता है,....
जवाब देंहटाएंआवंती जी,बहुत दिनों से आपका मेरे पोस्ट में आना नही हुआ.
आइये स्वागत है,....
MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: आँसुओं की कीमत,....
निर्दयता की पराकाष्ठा..
जवाब देंहटाएंaap vedon me gauvadh ke sambandh me phailaye ja rahe kuchh bhramo ke nivaran ke liye is lekh ko padhen
जवाब देंहटाएंमहाभारत ,गाय और राजा रन्तिदेव :एक और इस्लामिक कम्युनिस्ट कुटिलता
http://nationalizm.blogspot.in/2012/04/blog-post.html
धर्मेन्द्र घोषी यादव
जवाब देंहटाएंधर्मेन्द्र घोषी यादव
जवाब देंहटाएंधर्मेन्द्र घोषी गंज वासौदा
जवाब देंहटाएंदुनिया में मानवता धीरे धीरे ख़तम होती जा रही है यही है कलयुग
जवाब देंहटाएंMaurya Vansh