गुरुवार, 26 जनवरी 2012

 गौ वंश  रक्षा मंच

गौ रक्षा एक ऐसा विषय है जिस के साथ गम्भीरता से जुड़ने की ,कुछ करने की बहुत आवश्यकता है ,ये ही सोच कर इस मंच का निर्माण किया गया ,किसी एक व्यक्ति द्वारा इस प्रकार के काय को पूरा नहीं किया जा सकता,आप सब ही इस कार्य से जुड़े आप सब को आमन्त्रण है ,गौ रक्षा हेतु अपने विचार,सुझाव इस मंच पर आकर रखें ,और हम सब अपने अपने स्थान  पर रहते हुए गौ वंश रक्षा हेतु क्या कर सकते है और क्या करना चाहिए इस पर प्रकाश डालें......
आप सब को ब्लॉग का सदस्य बनने का आमन्त्रण  दिया जा रहा है 
आप सब सादर आमंत्रित है ......धन्यवाद........

   आप इस गम्भीर विषय पर अपने विचार और सुझाव के साथ अपनी कोई रचना/लेख  भी इस विषय पर दें,जो सादर इस मंच पर रखी जाये , आप की रचना की प्रतीक्षा रहेगी,अपनी रचनाये कृपया यहाँ भेजे = raadheji@gmail.com

11 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बढिया प्रयास।
    गाय हमारी माता होती है.... बस यही कहकर अपने कर्तव्‍यों की इतिश्री कर लेने के बजाय गायों की देखभाल का काम होना चाहिए।
    अपने शहरों में गौशालाओं के विकास, इसे मदद करना च‍ाहिए और जो गाय ताउम्र हमें दूध और पौष्टिक चीजें प्रदाय करती हैं, बुढापे में उसके देखभाल का काम होना चाहिए।
    आभार।

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  2. बहुत ही अच्छी शुरुआत की है आपने। इस ब्लॉग की सफलता के लिए अनेकों शुभ कामनाएँ।


    सादर

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  3. आवंति जी,...

    आपने अच्छे विषय पर सुंदर विचार रखे है मै इसका स्वागत करता हूँ,आज भी हमारी संस्कृति में गाय को माता के तुल्य
    दर्जा दिया जाता है,इसको बचाना हमारा नैतिक कर्तव्य है

    NEW POST --26 जनवरी आया है....

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  4. विषय गहन है, और इसे यदि प्रकृति के संतुलन से भी जोड़ कर देखा जाए तो पशु-जीवन की रक्षा अत्यावश्यक है!
    इस ब्लॉग की सफलता के लिए अनेक शुभकामनाएँ।

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  5. गौ रक्षा पर हमारी संस्कृति और अर्थतन्त्र का आधार रहा है..

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  6. आपके इस शुभ प्रयास का समर्थन करते है।

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  7. गौवंश संरक्षण एक महत्वपूर्ण कार्य है। इस मंच से एक सार्थक प्रयास होना चाहिए।
    बहुत ही विकट समस्या है।
    1-पशुवध बंद होना चाहिए, वध शालाओं पर रोक हो।
    2-चमडे का उपयोग खत्म होना चाहिए।
    3-आज गाय का पालन पोषण का श्रमपूर्ण कार्य कोई नहीं करना चाहता, शहर में आवारा पशुओं की समस्या है और अत्याचार भी होता है। जगह जगह गौशालाओं का गठन होना चाहिए।
    4-किसानों को घरेलु पशु-पालन का प्रोत्साहन मिलना चाहिए।
    5- मांसाहार और चमडे के निर्यात पर भी रोक हो।

    ऐसे बहुत से मु्द्दे है जिस पर गम्भीरता से प्रयास होने चाहिए।

    निरामिष: गैया की पुकार
    निरामिष: गौहिंसा का विरोध आन्दोलन

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  8. गाय हमारी माता है इसको बचाना हमारा नैतिक कर्तव्य है
    बहुत बढिया प्रयास।

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  9. it is pet animal.it eats green grass.
    it is four footed animal. it gives us milk.
    by milk we can make sweets curd ghee and
    so many eatable things.it gives us calf and dung etc.
    dung is best manure for field and plants.
    calves are helpful in ploughing the field .
    shoe belt bags sares are by products of its part of body.
    its each and every part of body is useful so we worship it as a MOTHER .
    THE WHOLE INDIA WORSHIP IT.DO YOU KNOW ITS NAME .

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  10. गाय हमारी माता है इसको बचाना हमारा नैतिक कर्तव्य है पशुवध बंद होना चाहिए, वध शालाओं पर रोक हो। गौ रक्षा एक ऐसा विषय है जिस के साथ गम्भीरता से जुड़ने की ,कुछ करने की बहुत आवश्यकता है

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