एक परिचय
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श्री गौपाल गौशाला झुंझुनू शेखावाटी क्षेत्र की प्राचिनतम गौशाला है यह गौशाला राजस्थान के शेखावाटी अंचल की राणी सती दादी की नगरी झुंझुन मे स्थित है जिसकी स्थापना लगभग 110 वर्ष पहले हुई थी। इस गौशाला की स्थापना श्री हरिनारायणजी नाजिम की प्रेरणा व सहयोग से हुई थी। जिसे बाद मे श्री जमनाधरजी टीबडा व श्री मख्खनलालजी खेतान ने इसकी तन मन धन से सेवा कर प्रगति के नए सोपान पर पहुचाया।
गौशाला की सेवा अनेक गौ भक्त करते आए है। वर्तमान मे श्री ताराचंद गुप्ता व श्री सुभाष क्यामसरिया के मार्गदर्शन व अन्य सहयोगियो की देखरेख में गौशाला का काम चल रहा है।
वर्तमान में गौशाला में 560 गाये हैं जिनके लिए 32 आश्रमगृह, शैड निर्मित है। गौशाला मे 42 कर्मचारी है जो सेवा भाव से कार्य मे लगे रहते है तथा गायो की सेवा के लिए एक डॉक्टर भी नियुक्त है।
गौशाला प्रांगण एक बडी भूमि पर स्थित है जिसमे भवन, मकान, गोदाम व नोहरा, टिनशैड कैचुआ प्लांट आदि बनाये गए है
गौ सेवार्थ अपील
श्री गोपाल गौशाला द्वारा गौ माता की सेवार्थ निम्न दान राशि निश्चित की गयी है.| एक गाय माता की सेवार्थ एक वर्ष का खर्चा : | ७०००/- रु. |
| एक गाय माता का आजीवन गोद का खर्चा : | १०००००/- रु. |
| एक दिन का गौशाला का खर्चा : | २१०००/- रु. |
| गाय रसोई छानी सहित : | १५०००/- |
| गाय रसोई : | ११०००/- रु. |
| हरा चारा एक दिन का : | ७०००/- रु. |
| छानी एक दिन की : | ५०००/- रु. |
| गुड़ कट्टा : | ११००/- रु. |
| जौ एक क्विंटल : | ११००/- रु. |
| खल एक कट्टा : | ६००/- रु. |
